चना, मूंगफली और किशमिश, यह तीनों ही स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद खाद्य पदार्थ हैं। जब इनको भिगोकर खाया जाता है, तो इनकी पोषक तत्वों की मात्रा और भी बढ़ जाती है और शरीर को अधिक लाभ मिलता है। भिगोकर खाने के इन फायदों को हम विस्तार से समझते हैं।

1. भिगोने के दौरान चना, मूंगफली और किशमिश के अंदर मौजूद फाइटिक एसिड (phytic acid) का स्तर कम हो जाता है, जो कि कुछ मामलों में पाचन को प्रभावित कर सकता है। इस प्रक्रिया से इनमें मौजूद पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है, और पाचन क्रिया को सहायता मिलती है। खासकर, चना और मूंगफली जैसे दालों और बीजों को भिगोने से उनके फाइबर का स्तर बेहतर होता है, जो पेट साफ रखने और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।
2. जब चना, मूंगफली और किशमिश को रातभर भिगोकर खाया जाता है, तो इसमें मौजूद खनिजों जैसे आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम का अवशोषण बेहतर तरीके से शरीर में होता है। भिगोने से इन खाद्य पदार्थों में एंजाइम सक्रिय हो जाते हैं, जो पोषक तत्वों की उपलब्धता को बढ़ाते हैं। किशमिश में विटामिन C और आयरन की अच्छी खुराक होती है, जो खून की कमी (एनीमिया) को दूर करने में सहायक होती है।
3. चना, मूंगफली और किशमिश में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स और अच्छे फैट्स की अच्छी मात्रा होती है। भिगोने के बाद ये सभी पोषक तत्व शरीर में आसानी से अवशोषित होते हैं, जिससे शरीर को अधिक ऊर्जा मिलती है। खासकर, मूंगफली में असंतृप्त वसा होती है, जो शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करती है। किशमिश में प्राकृतिक शर्करा होती है, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा देती है।
4. मूंगफली में मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड वसा (healthy fats) होती है, जो दिल की सेहत को बनाए रखने में मदद करती हैं। ये वसा कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती हैं, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है। किशमिश में भी एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखते हैं और रक्तचाप को नियंत्रित करते हैं।
5. चना और मूंगफली दोनों ही मस्तिष्क के लिए अच्छे होते हैं। इन दोनों में विटामिन B6, फोलिक एसिड और मैग्नीशियम जैसे तत्व होते हैं, जो मस्तिष्क के विकास और कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं। इनका सेवन मानसिक थकान और तनाव को भी कम करता है। चने में जिंक भी होता है, जो मस्तिष्क के न्यूरोट्रांसमिटर्स की क्रिया को सुधारता है, जिससे याददाश्त बेहतर होती है।

6. वजन घटाने की कोशिश कर रहे व्यक्तियों के लिए चना, मूंगफली और किशमिश एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं। इन खाद्य पदार्थों में उच्च फाइबर और प्रोटीन होता है, जो पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे अधिक खाने की प्रवृत्ति कम होती है। चना और मूंगफली में अच्छे वसा होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देते हैं और वजन घटाने में सहायक होते हैं।
7. चना और मूंगफली में कैल्शियम और फास्फोरस होते हैं, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। किशमिश में बोरान और पोटैशियम जैसे तत्व होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। भिगोने के बाद इन तत्वों का अवशोषण शरीर में बेहतर तरीके से होता है, जिससे हड्डियों की सेहत में सुधार होता है और हड्डियों से संबंधित समस्याओं जैसे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कम होता है।
8. किशमिश में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालते हैं और त्वचा को साफ और चमकदार बनाते हैं। चना और मूंगफली में जिंक और विटामिन E होते हैं, जो त्वचा को नमी प्रदान करते हैं और उम्र बढ़ने के संकेतों को कम करते हैं। इन खाद्य पदार्थों का नियमित सेवन बालों को भी मजबूत बनाता है, क्योंकि इनमें आयरन, जिंक और प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है।
9. किशमिश में अच्छी मात्रा में पानी होता है, और यह शरीर में पानी की कमी को दूर करने में मदद करता है। खासकर गर्मियों में, जब शरीर में पानी की कमी होती है, तो किशमिश का सेवन शरीर को हाइड्रेटेड रखने में सहायक होता है।
चना, मूंगफली और किशमिश को भिगोकर खाने से न केवल इनका पोषण बढ़ता है, बल्कि इनका पाचन भी बेहतर होता है। ये तीनों खाद्य पदार्थ शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं, जो ऊर्जा, दिल, हड्डियों, मस्तिष्क, त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद होते हैं। नियमित रूप से इनका सेवन करने से शरीर स्वस्थ रहता है और कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव होता है। इसलिए, इन्हें अपनी डाइट में शामिल करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।