क्या आप जानते है, खाने के तुरंत बाद पानी क्यों नही पीना चाहिए।

आयुर्वेद एक प्राचीन चिकित्सा पद्धति है, जो हमारे शरीर, मन और आत्मा के संतुलन पर आधारित है। इसमें पाचन क्रिया (अग्नि) को सर्वोपरि माना जाता है, क्योंकि पाचन सही रहेगा तो शरीर में सभी कार्य सही तरीके से होंगे। खाने के तुरंत बाद पानी पीने के बारे में आयुर्वेद में कुछ सख्त निर्देश दिए गए हैं। इस लेख में हम यह समझेंगे कि क्यों खाना खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए, कब पीना चाहिए और इसके स्थान पर क्या पी सकते हैं।

1. आयुर्वेद के अनुसार, पाचन क्रिया के लिए शरीर में एक विशेष ऊर्जा होती है, जिसे पाचन अग्नि कहते हैं। यह अग्नि शरीर के सभी अंगों में भोजन को पचाने का काम करती है। यदि पाचन अग्नि कमजोर होती है तो भोजन ठीक से नहीं पच पाता और इससे गैस, अपच, कब्ज और अन्य पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

2. जब आप भोजन के तुरंत बाद पानी पीते हैं, तो यह पाचन अग्नि को मंद कर देता है। पानी की अधिकता से पाचन रसों का संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है। पानी से पेट में भरी हुई तरल सामग्री पाचन रसों को पतला कर देती है, जिससे शरीर को भोजन को पचाने में कठिनाई होती है। इससे पेट में गैस, भारीपन, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसके अलावा, भोजन के साथ पानी पीने से पेट में अधिक फैलाव हो सकता है, जो पाचन प्रक्रिया को और भी प्रभावित करता है।

3. आयुर्वेद में यह सलाह दी जाती है कि भोजन के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए। इसके बजाय, आपको भोजन के कम से कम 30 मिनट से 1 घंटे बाद पानी पीना चाहिए। इस समय तक पाचन अग्नि भोजन को पचा चुकी होती है और शरीर में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होती। यह समय पाचन क्रिया को अधिक प्रभावी और संतुलित बनाने के लिए उपयुक्त है।

4. पानी पीना शरीर के लिए आवश्यक है, लेकिन उसे सही समय पर ही पीना चाहिए। भोजन के बाद पानी पीने से शरीर में जल की कमी पूरी होती है और पाचन क्रिया में मदद मिलती है। हालांकि, इसका सही समय यह है कि आप भोजन के 1 घंटे बाद पानी पीएं, ताकि पाचन क्रिया पूरी तरह से हो सके। इसके अलावा, भोजन से पहले हल्का पानी पीना पाचन में सहायक हो सकता है, क्योंकि यह पेट को थोड़ा भरकर पाचन अग्नि को उत्तेजित करता है।

5. भोजन के 1 घंटे बाद पानी पीने से पाचन रसों का स्तर सही रहता है और पाचन क्रिया तेज़ होती है। पानी का सेवन खाने के बाद शरीर में अपशिष्ट को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे वजन नियंत्रित रहता है। पानी की कमी से शरीर में अनेक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे थकान, सूजन, और सिरदर्द। सही समय पर पानी पीने से इन समस्याओं से बचा जा सकता है।

अगर आप चाहें तो खाने के तुरंत बाद पानी की जगह अगर आप सुबह भोजन कर रहे है। तो आप फलों का जूस या फिर जैसे अदरक का पानी, नींबू पानी पी सकते है, यदि दोपहर का भोजन खा रहे हो आप दही से छाछ बना कर पी सकते है रात के भोजन के बाद दूध पी सकते है।

आयुर्वेद में यह महत्वपूर्ण माना जाता है कि शरीर के हर कार्य में संतुलन बनाए रखा जाए। भोजन और पानी का संतुलित सेवन पाचन क्रिया को सुधारता है और शरीर के अन्य कार्यों को भी सही तरीके से संचालित करता है। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि भोजन के दौरान ज्यादा पानी न पियें और भोजन के बाद भी अधिक पानी न पिएं, ताकि शरीर को पर्याप्त पाचन ऊर्जा मिल सके।