चावल का मांड पीने से सेहत को मिलेंगे यह 10 जबरदस्त लाभ।

भारत में सदियों से चावल का मांड (rice water) एक पारंपरिक घरेलू पेय के रूप में उपयोग होता आया है। यह मांड दरअसल उस पानी को कहा जाता है जो चावल पकाने के बाद बचता है। अक्सर लोग इसे फेंक देते हैं, लेकिन आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों मानते हैं कि चावल का मांड सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, विटामिन बी, मिनरल्स और एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं जो शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ कई बीमारियों से भी बचाते हैं।

1. चावल का मांड कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है, जिससे शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है। कमजोरी, थकान या बुखार के समय इसे पीना बेहद लाभकारी होता है। यह शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने में भी मदद करता है, जिससे थकावट दूर होती है और शरीर तरोताजा महसूस करता है।

2. चावल का मांड पचने में बेहद आसान होता है और यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है। इसमें स्टार्च होता है जो आंतों को शांत करता है और गैस, अपच व पेट दर्द जैसी समस्याओं को दूर करता है। दस्त या डायरिया की स्थिति में बच्चों और बड़ों दोनों को चावल का मांड देने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाता है और धीरे-धीरे पाचन क्रिया को सामान्य करता है।

3. गर्मी के मौसम में शरीर से अधिक पसीना निकलने के कारण पानी की कमी हो जाती है। ऐसे में चावल का मांड एक प्राकृतिक हाइड्रेटिंग ड्रिंक की तरह काम करता है। इसमें मौजूद आवश्यक लवण और पानी शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं और हाइड्रेशन बनाए रखते हैं।

4. बुखार के दौरान शरीर कमजोर हो जाता है और कुछ खाने का मन नहीं करता। ऐसे में चावल का मांड एक हल्का, पौष्टिक और पचने में आसान आहार विकल्प है। यह शरीर में पानी और ऊर्जा दोनों की पूर्ति करता है। साथ ही, यह पेट को आराम देता है और रोगी को धीरे-धीरे सामान्य आहार की ओर लाने में मदद करता है।

5.चावल के मांड में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स त्वचा की कोशिकाओं को पोषण प्रदान करते हैं। इसका बाहरी उपयोग भी किया जा सकता है मांड को चेहरे पर लगाने से त्वचा मुलायम, चमकदार और साफ होती है। यह टैनिंग कम करने और त्वचा को ठंडक देने में भी मदद करता है।

6. बाल धोने के बाद यदि चावल के मांड से कुल्ला किया जाए, तो यह बालों को मुलायम, चमकदार और मजबूत बनाता है। इसमें इनोसिटोल नामक तत्व होता है जो बालों की जड़ों को पोषण देता है और टूटने से बचाता है। प्राचीन काल में महिलाएं चावल के मांड से ही बालों की देखभाल करती थीं।

7. जो लोग दुबले-पतले हैं और वजन बढ़ाना चाहते हैं, उनके लिए चावल का मांड एक प्राकृतिक उपाय है। यह शरीर को आवश्यक कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट प्रदान करता है, जिससे वजन बढ़ाने में मदद मिलती है। इसे दूध और गुड़ मिलाकर और भी पौष्टिक बनाया जा सकता है।

8. चावल का मांड शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर को रोगों से लड़ने की ताकत देते हैं। यदि इसे नियमित आहार में शामिल किया जाए तो मौसमी बीमारियों से बचा जा सकता है।

9. हल्का और तरल होने के कारण चावल का मांड किडनी के लिए भी लाभकारी है। यह शरीर से टॉक्सिन बाहर निकालने में मदद करता है और पेशाब से संबंधित समस्याओं को कम करता है।

10. छोटे बच्चों, खासकर जिनका पाचन तंत्र अभी विकसित हो रहा होता है, उनके लिए चावल का मांड एक आदर्श आहार है। इसे पिलाने से बच्चे को पर्याप्त ऊर्जा और पोषण मिलता है। यह एक नेचुरल और सेफ बेबी फूड माना जाता है।

चावल का मांड बनाने का तरीका:

  • 1 कप चावल को 3–4 कप पानी में पकाएं।
  • जब चावल आधा पक जाए, तो मांड को छान लें।
  • हल्का गर्म या ठंडा करके सेवन करें।
  • स्वाद बढ़ाने के लिए थोड़ा सा सेंधा नमक या नींबू भी डाला जा सकता है।

चावल का मांड एक सस्ता, सरल लेकिन बेहद प्रभावशाली पेय है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान प्रदान करता है। यह ना केवल पेट के लिए फायदेमंद है, बल्कि त्वचा, बाल और सम्पूर्ण शरीर के लिए लाभकारी है। आज जब बाजार में तरह-तरह के महंगे एनर्जी ड्रिंक और हेल्थ सप्लीमेंट उपलब्ध हैं, ऐसे में चावल का मांड एक नेचुरल, देसी और कारगर विकल्प है।