तांबे के लौठे ताम्र जल का पानी पीने के 6 फायदे।

तांबे के लौठे का पानी, आयुर्वेद में प्राचीन समय से इस्तेमाल हो रहा एक प्राकृतिक और स्वास्थ्यवर्धक उपाय है। यह पानी तांबे के लौठे में रखा जाता है, जिससे पानी में तांबे के तत्व समाहित हो जाते हैं, जो शरीर के लिए लाभकारी होते हैं। तांबा एक महत्वपूर्ण धातु है, जो शरीर के विभिन्न कार्यों को सही ढंग से करने में मदद करता है।

तांबे के लौठे का पानी पीने के फायदे:

1. तांबे के लौठे का पानी पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है। यह पेट में एसिडिटी को नियंत्रित करता है और खाने को अच्छे से पचाने में मदद करता है। खासकर, यह कब्ज और गैस की समस्या को दूर करने में सहायक होता है। यह पेट में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करता है, जिससे पाचन प्रणाली ठीक रहती है।

    2. तांबा एक एंटीऑक्सीडेंट है, जो त्वचा को अंदर से साफ करता है। इसके सेवन से त्वचा के दाग-धब्बे कम होते हैं, मुंहासों से राहत मिलती है और त्वचा की रंगत में सुधार होता है। तांबा शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, जो त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखता है।

    3. तांबा रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाता है और रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखता है। यह रक्तदाब (ब्लड प्रेशर) को नियंत्रित करता है और हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है। तांबा रक्त को गाढ़ा होने से रोकता है, जिससे दिल की सेहत बनी रहती है।

    4. तांबा शरीर के मेटाबोलिज्म को तेज करता है, जिससे कैलोरी जलने की प्रक्रिया में सुधार होता है। यह शरीर में फैट के संचय को भी रोकता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है। इस पानी का नियमित सेवन मेटाबोलिज्म को सक्रिय रखता है और शरीर के वजन को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है।

    5. तांबा शरीर की रोग प्रतिकारक क्षमता को बढ़ाता है, जिससे शरीर को बैक्टीरिया, वायरस और अन्य संक्रमणों से लड़ने की शक्ति मिलती है। तांबा एक एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों से भरपूर होता है, जो शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।

    6. तांबा हड्डियों में कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाता है, जिससे हड्डियाँ मजबूत बनती हैं और हड्डियों से संबंधित समस्याओं का खतरा कम होता है। यह हड्डियों के विकास और मजबूती के लिए भी महत्वपूर्ण है।

    तांबे के लौठे का पानी कब पीना चाहिए:

    • तांबे के लौठे का पानी सुबह उठने के बाद, खाली पेट पीने से पाचन प्रणाली सही रहती है और शरीर में ताजगी बनी रहती है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम करता है। हालांकि, इसे ज्यादा मात्रा में नहीं पीना चाहिए क्योंकि खाली पेट अधिक तांबा शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है।
    • तांबे के लौठे का पानी भोजन के बाद भी पिया जा सकता है। यह भोजन को अच्छे से पचाने में मदद करता है और पेट की गैस, एसिडिटी जैसी समस्याओं को कम करता है।
    • तांबा शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करता है। खासकर, गर्मी के मौसम में तांबे के लौठे का पानी शरीर को ठंडा रखता है और पानी में समाहित तांबे के तत्व शरीर में ऊर्जा का संचार करते हैं।

    तांबे के लौठे का पानी कब नहीं पीना चाहिए:

    • तांबे के लौठे का पानी अगर अत्यधिक मात्रा में पीया जाए तो यह शरीर में तांबे की अधिकता पैदा कर सकता है, जिससे तांबे की विषाक्तता हो सकती है। इससे उल्टी, दस्त, पेट में दर्द, थकान और सिरदर्द जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। इसलिए इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
    • गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों के लिए तांबे के लौठे का पानी पीने में सावधानी बरतनी चाहिए। इन दोनों के शरीर में तांबे की अधिकता से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए, गर्भवती महिलाओं और बच्चों को इसे सीमित मात्रा में या डॉक्टर की सलाह से ही पीना चाहिए।
    • तांबे के लौठे का पानी खाली पेट पीने से पेट में जलन और ऐंठन हो सकती है। यह पेट की आंतरिक परत को नुकसान भी पहुंचा सकता है। इसलिए इसे भोजन के बाद या दिन में किसी अन्य समय पर पीना उचित होता है।
    • जिन लोगों को लिवर या किडनी से संबंधित समस्याएं हैं, उन्हें तांबे के लौठे का पानी पीने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। तांबा शरीर में अधिक मात्रा में जमा हो सकता है, जो किडनी और लिवर पर दबाव डाल सकता है।

    तांबे के लौठे का पानी स्वास्थ्य के लिए कई फायदों से भरपूर है। यह पाचन को दुरुस्त करता है, त्वचा को सुंदर बनाता है, हृदय स्वास्थ्य को बेहतर करता है, इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और हड्डियों को मजबूत करता है। हालांकि, इसका सेवन सही मात्रा में और सही समय पर ही करना चाहिए, ताकि इसके सभी लाभ मिल सकें और कोई स्वास्थ्य समस्या उत्पन्न न हो। अत्यधिक सेवन से बचें और इसे खाने के बाद या सुबह खाली पेट पीने की आदत डालें, ताकि शरीर को इससे अधिकतम लाभ हो सके।