बहुत से लोग दही सही तरीके से नही खाते जिससे स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं होती है।

दही एक महत्वपूर्ण और पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ है, जिसे आयुर्वेद में भी अत्यधिक महत्व दिया गया है। यह हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन इसके सेवन के समय का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। आयुर्वेद के अनुसार, दही का सेवन सुबह के बजाय दोपहर में करना ज्यादा फायदेमंद माना गया है। इस विषय में विस्तार से जानने के लिए हमें आयुर्वेदिक दृष्टिकोण को समझना होगा।

दही और आयुर्वेद का संबंध:

आयुर्वेद में, शरीर की प्रकृति और समय के अनुसार भोजन का सेवन महत्वपूर्ण होता है। सुबह, दोपहर, और रात के समय को शरीर के विभिन्न अंगों की क्रियावली के अनुसार विभाजित किया गया है। दही का सेवन केवल आहार के रूप में नहीं, बल्कि यह शरीर की ऊर्जा और संतुलन को बनाए रखने में भी मदद करता है। आयुर्वेद में तीन दोषों वात, पित्त और कफ का वर्णन किया गया है। इन तीन दोषों का संतुलन शरीर और मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। दही का सेवन शरीर में इन दोषों के संतुलन को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इसे सही समय पर खाना बहुत महत्वपूर्ण होता है।

दही का सेवन सुबह क्यों नहीं:

आयुर्वेद में दही को “कफ उत्पन्न करने वाला” आहार माना गया है, यानी यह शरीर में ठंडक और भारीपन की भावना को उत्पन्न करता है। सुबह के समय शरीर का अग्नि (पाचन अग्नि) कमजोर होता है, जो कि रातभर आराम करने के बाद धीमी पड़ जाती है। सुबह दही खाने से यह पाचन अग्नि और भी कमजोर हो सकती है, जिससे भोजन का सही पाचन नहीं हो पाता और शरीर में कफ की समस्या बढ़ सकती है। इसके अलावा, दही में मौजूद बैक्टीरिया और अम्ल पाचन तंत्र को अधिक उत्तेजित कर सकते हैं, जिससे गैस, सूजन या अपच जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।

इसके अलावा, आयुर्वेद में यह भी बताया गया है कि दही का सेवन सुबह में करने से शरीर में वात दोष बढ़ सकता है, क्योंकि सुबह के समय वात अधिक सक्रिय होता है, और दही का सेवन वात को और अधिक बढ़ा सकता है, जिससे जोड़ों का दर्द, सूजन या अन्य वात संबंधित समस्याएँ हो सकती हैं।

दही का सेवन दोपहर में क्यों करें:

दोपहर के समय शरीर की पाचन अग्नि सबसे मजबूत होती है, और शरीर अच्छे से भोजन को पचाने में सक्षम होता है। दोपहर में दही खाने से इसके पोषक तत्वों का बेहतर अवशोषण होता है। यह न केवल पाचन को सुधारता है, बल्कि शरीर को ताजगी और ऊर्जा भी प्रदान करता है। आयुर्वेद के अनुसार, जब पाचन अग्नि तेज होती है, तब शरीर दही से मिलने वाले बैक्टीरिया और अम्ल का सही तरीके से उपयोग कर सकता है, जिससे पाचन में कोई समस्या नहीं होती।

इसके अलावा, दही का सेवन दोपहर में करने से यह शरीर को ठंडक प्रदान करता है, जो खासकर गर्मियों में फायदेमंद होता है। यह शरीर के भीतर की गर्मी को कम करता है और ताजगी का एहसास कराता है। दही में पाए जाने वाले प्रोबायोटिक्स और कैल्शियम से हड्डियाँ मजबूत होती हैं, और आंतों में अच्छे बैक्टीरिया का विकास होता है।

दही के फायदे:

  1. पाचन को बेहतर बनाना: दही में मौजूद लैक्टिक एसिड और प्रोबायोटिक्स पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। यह पेट के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाता है और अपच, गैस और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करता है।

2. हड्डियों को मजबूत बनाना: दही में कैल्शियम और फास्फोरस की पर्याप्त मात्रा होती है, जो हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाती है।

3. त्वचा की देखभाल: दही में एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन्स होते हैं, जो त्वचा को निखारते हैं और झुर्रियों की समस्या को कम करते हैं।

4. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाना: दही में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया और विटामिन्स शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं, जिससे शरीर संक्रमण और बीमारियों से बचा रहता है।

5. वजन घटाने में मदद: दही में प्रोटीन होता है, जो भूख को नियंत्रित करता है और वजन घटाने में मदद करता है। यह शरीर को संतृप्त रखता है, जिससे अधिक खाने की प्रवृत्ति कम होती है।

6. मानसिक स्वास्थ्य: दही में मौजूद जिंक और विटामिन B12 मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, जिससे तनाव और चिंता को कम किया जा सकता है।

दही के सेवन में ध्यान रखने योग्य बातें:

  • दही को ताजे रूप में ही खाना चाहिए। पुराने दही का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
  • दही के साथ चीनी नमक या तले हुए खाद्य पदार्थों का सेवन न करें, क्योंकि इससे पाचन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
  • अगर किसी को दूध से एलर्जी हो या लactose intolerant हो, तो दही का सेवन सीमित मात्रा में करें या डॉक्टर की सलाह लें।

आयुर्वेद के अनुसार, दही का सेवन दोपहर के समय करना अधिक लाभकारी होता है, क्योंकि इस समय पाचन अग्नि सबसे मजबूत होती है। इसका सेवन सही समय पर करने से हम दही के सभी स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं, जैसे पाचन सुधारना, हड्डियाँ मजबूत करना, त्वचा को निखारना, और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाना। हालांकि, यह जरूरी है कि दही का सेवन सही मात्रा और सही समय पर किया जाए ताकि इसके सभी फायदे शरीर को मिल सकें।